गोपेश्वर में जिलाधिकारी के कार्यक्रमों का पत्रकारों ने किया बहिष्कार, व्यापारियों ने बाजार बन्द
व्यापारियों द्वारा किया गया बंद बाजार |
गोपेश्वर में जिलाधिकारी के कार्यक्रमों का पत्रकारों ने किया बहिष्कार, व्यापारियों ने बाजार बन्द
-सोनिया मिश्रा/केदारखण्ड एक्सप्रेस
चमोली। जनपद चमोली मुख्यालय गोपेश्वर में बीते 1 माह से जिला प्रशासन और व्यापार संघ वह पत्रकारों के बीच छिड़ी जंग शांत होने का नाम नहीं ले रही है। नगर पालिका द्वारा 24 घंटे के भीतर पत्रकारों और व्यापारियों के सरकारी आवास खाली करवाने के आदेश के बाद ही तुरंत कार्यवाही को व्यापारी और पत्रकार जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की तानाशाही बता रहे हैं। आज हुई कार्यवाही के बाद जहां गोपेश्वर मुख्यालय में व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया है तो वही पत्रकारों ने एक आवश्यक बैठक बुलाकर जिलाधिकारी स्वाति भदोरिया के कार्यक्रमों का बहिष्कार कर दिया है।
दरअसल पत्रकारों और व्यापारियों का कह्नन है कि कुछ दिन पूर्व chamoli मुख्यालय के कुछ पत्रकारों ने जिलाधिकारी स्वाति भदोरिया द्वारा एक होमगार्ड को सस्पेंड करने को लेकर एक खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी जिसमें यह तर्क था कि कोविड-19 जिला अधिकारी के बच्चे को पार्क में खेलने ना दिए जाने पर जिलाधिकारी स्वाति भदोरिया द्वारा होमगार्ड को 3 साल के लिए सस्पेंड कर दिया था, इस खबर से मुख्यालय के कुछ पत्रकारों ने जोर-शोर से प्रकाशित किया था। जिस कारण जिलाधिकारी की खूब किरकिरी भी हुई थी। हालांकि उसके बाद जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोशल मीडिया पर अपनी सफाई देते हुए कहा था कि यह बच्चा उनका नहीं था, लोगों द्वारा उनके पास शिकायत की गई थी की होमगार्ड द्वारा उनके बच्चे को मारा पीटा गया है। और जिन दिनों होमगार्ड पर कार्यवाही की गई थी उन दिनों कोविड-19 लॉकडाउन नहीं लगाया गया था। जिलाधिकारी ने इसको जिला प्रशासन को बदनाम करने की साजिश करार दिया था।
आज जिला प्रेस क्लब चमोली द्वारा देवेंद्र सिंह रावत अध्यक्ष प्रेस क्लब के नेतृत्व में एक बैठक आहूत की। जिसमें यह प्रस्ताव पारित किए गए कि जिलाधिकारी चमोली द्वारा पत्रकारों के साथ शुरू से ही असहयोग रहता है जिसमें कभी भी इनके कार्यकाल में प्रेस उत्पीड़न समिति नहीं बनाई गई है और ना ही कभी प्रेस वार्ता की जाती है जबकि नगर पालिका द्वारा आवंटित कक्ष जो पत्रकारों को दिए गए हैं को अवैध रूप से सील कर दिए गए हैं यह भी पत्रकारों का उत्पीड़न किया गया है इसलिए हम सभी पत्रकार जिलाधिकारी के कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जाएगा जिसमें सभी पत्रकारों की सहमति बनी है।
बैठक में पत्रकार देवेन्द्र रावत (दैनिक जागरण), प्रमोद सेमवाल (अमर उजाला), विवेक रावत (हिंदुस्तान), महानंद (राष्ट्रीय सहारा), प्रभात पुरोहित (ईटीवी), सुरेंद्र रावत (हिंदी खबर) राजा तिवारी (पंजाब केसरी), नंदन रावत (जन आगाज), रणजीत (साह टाइम्स), विनोद रावत (स्वर्गारोहिनी) पुष्कर चौधारी (जी न्यूज़) जगदीश पोखरियाल, राम सिंह राणा (दैनिक जागरण), सन्दीप बर्त्वाल (केदारखण्ड एक्सप्रेस), सोनिया मिश्रा (एक्सप्रेस एक्सप्रेस), नवीन चंदोला (केदारखण्ड एक्सप्रेस) जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया के सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार किया है।
उधर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया का कहना है कि नगर पालिका द्वारा की गई कार्यवाही लीगल है जिन लोगों को नोटिस भेजे गए थे उन्होंने वर्षों से किराया नहीं दिया है जबकि उन्हें पहले भी कई बार नोटिस भेज दिया गया था। उन्होंने कहा कहीं लोगों द्वारा पालिका के कक्षों पर कब्जा कर उन्हें महंगी दरों पर किराए में दे रखा है ऐसे में उन बिचौलियों को प्रशासन हटा रहा है जबकि जो लोग वास्तव में वहां अपना व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें रहने दिया जाएगा। जिला अधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कहा इस मामले को किसी अन्य मुद्दे से जोड़कर बेवजह तूल दिया जा रहा है।