एक करोड लागत से निर्मित सिचाई विभाग का नाले ने चार माह में ही खोल दी गुणवत्ता की पोल
एक करोड लागत से निर्मित सिचाई विभाग का नाले ने चार माह में ही खोल दी गुणवत्ता की पोल
राजेन्द्र असवाल/केदारखण्ड एक्सप्रेस
पोखरी/चमोली। पोखरी मुख्यालय पर सिंचाई विभाग द्वारा एक करोड मे निर्मित नाला अपने निर्माण के चार माह मे ही संपूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने से नामो निशान मिट गया था, और तब से अब तक यह नाला झाड-झंकार से पट गया है।जिसका निर्माण सिंचाई विभाग कोठियालसैण-चमोली ने वर्ष 2016 के मार्च माह मे किया था, जिसकी लागत एक करोड रुपया थी। मार्च माह मे आनन-फानन मे करवाये गये इस कार्य की गुणवत्ता पर विभाग ने कोई ध्यान नही रखा फलस्वरूप निर्माण के चार माह बाद जुलाई 2016 मे ही मानसून की पहली बारिश ने मुख्यालय पर सौ-ढेड मीटर नाला छोड़कर 850 मीटर बहा ले गया था।
जबकि नाला निर्माण के दौरान स्थानीय लोगो ने घटिया कार्य पर सवाल भी उठाये थे, परन्तु इन्जीनियरो व ठेकेदारो की मिली भगत व मार्च फाइनल मे काम पूरा कर बजट को ठिकाने लगाने के इरादे से कार्य मे कोई सुधार नही लाया गया, अलबत्ता नाला अपने निर्माण वर्ष के चार माह मे ही दम तोड गया। मुख्यालय पर शेष बचा हुआ सौ-ढेड सौ मीटर नाले की मरम्मत की नितांत आवश्यकता है। क्योकि यह शेष नाला आवासीय मकानो के बीच से बहता है,मरम्मत न होने से बर्षाती पानी का बहाव से खतरा उत्पन्न बना है। नगर पंचायत पोखरी सिंचाई विभाग द्वारा निर्मित नाले की मरम्मत करने को भी तैयार नही है।जबकि वर्तमान मे नगर मुख्यालय पर अन्य नालो का नव निर्माण नगर पंचायत द्वारा किया जा रहा है। दो विभागो के फेर मे फंसा बर्षाती नाला से सख्त खतरा बना है।
पहले सिचाई विभाग से जानकारी ली जायेगी कि पोखरी मुख्यालय पर क्षतिग्रस्त नाले को लेकर विभागीय कार्रवाई हो रही है, या नही उसके पश्चात अग्रिम कार्रवाई की जायेगी। ईओ संजय रावत नगर पंचायत पोखरी।
पोखरी मुख्यालय पर विभाग द्वारा निर्मित नाले के मरम्मत हेतु निरीक्षण कर नगर पंचायत पोखरी से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।जितेन्द्र कुमार सहायक अभियंता सिंचाई विभाग कोठियालसैण (चमोली)